बाबा साहेब
नमन करूँ या पूजा तेरी देव कहूँ या अवतार।
दलितों के मसीहा तुम हो नमन तुम्हें सौ बार।
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई तुम सबके हो कर्णधार।
नमन तुम्हें है बाबा साहब तुमसे देश महान।।
साहस तुमने दिया हमें, पढ़ने का तुमसे अधिकार।
संबिधान के जनक बने, हर वर्ग का किया उपकार।
जब तक मैं रहूं इस धरती पर, पूजूँ तुम्हें हर बार।
नमन तुम्हे है भीम राव तुमसे देश महान।।
मनुवाद को खत्म किया नारी का किया उद्धार।
संविधान में देखकर आरक्षण, बेटियों को दिया सम्मान।
धरती से तब चंद्रमाँ तक, बेटी का हुआ आसमान।
नमन तुम्हें है बाबा साहब तुमसे देश महान।।
मानव कल्याण हो या फिर देश की बातें, सब में तुम्हारा योगदन।
तिरंगे में है चक्र तुम्हारा का, तिरंगा तुमसे महान।
सहकर हर जुल्म लोगों के, हर नागरिक का किया कल्याण।
नमन तुम्हें है भीम राव अम्बेडकर तुमसे देश महान।
तुमसे देश महान।।
लेखक एवं कवि
अमित सागर(सागर गोरखपुरी)
13 अप्रैल 2022
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