हिन्दी कहानी
सियाचिन ग्लेशियर,एक फौजी की जुबानी
Siachen glacier
भाग 4
अगले दिन सुबह 5.30 मिनट हुए थे तापमान -25℃ था हम सभी उठे फ्रेश हुए और नास्ता किया फिर अपने पूरे डोकोमेन्ट के साथ हम MI ROOM पहुचे, ये हमारा दूसरा दिन था यहाँ पे मोबाइल नेटवर्क बहुत काम था और हम सभी में से किसी ने अपने घर पर ये नहीं बताया था कि हम सियाचिन पोस्ट तैनाती के लिए जा रहे है।
डॉक्टर MI ROOM में आ चुके थे और उस दिन से हमारा 6 दिनों तक मेडिकल चेकअप होना था ।
हमें एक एक करके कमरे में बुलाया जा रहा था वहाँ की ऊंचाई जादा होने के कारण हम सभी का ब्लडप्रेशर जादा आ रहा था डॉक्टर में हमसे कहा पुरे दिन में कम से कम 5 लीटर पानी पीना होगा तुम सभी को हमने कहा Yes Sir, ये मेडिकल चेकअप 6 दिनों तक चलने के बाद हमें मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट दिया गया , अगले दिन हमें वहां से दुनियां के सबसे ऊंचे बैटल स्कूल भेजा गया, हमें लगभग 150 किलोमीटर का सफर तय करना था हम आगे बढ़ र6उहे थे 150 किलोमीटर दूरी हमने 10 घंटो में पूरी की,इसके बाद का नज़रा देखने लायक था।
शाम के 7 बज चुके थे जब हम दुनियां के सबसे ऊंचे बैटल स्कूल पहुचे,चारो तरफ बर्क की चादर बिछी हुई थी उस वक़्त वहां बर्फबारी शुरू हो चुकी थी और हवा की रफ़्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटे से चल रही थी तभी मुख्यद्वार पर लगे बोर्ड पर हमारी नज़र पड़ी, उस पर लिखा था कि "दुनियां के सबसे ऊंचे बैटल स्कूल में आपका स्वागत है"
उस वक़्त वहां तापमान -35℃ था हमारे हाथों और पैरों की पुंगलियां सुन्न पड़ चुकी थी और हवा की रफ़्तार से चेहरे और नाक में जलन हो रही थी ।।
भाग 4 समाप्त
(आगे की कहानी के लिए बने रहिये मेरे साथ)
दिनाँक 3 जुलाई 2020 समय 11.00 सुबह
अमित सागर(गोरखपुरी)
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