हिन्दी कविता
रक्षाबंधन है ये रक्षाबन्धन है ये।।
उपहारों और आशीर्वादों का निराला सम्मान है ये।।
कच्ची डोरी से बंधा मजबूत बंधन है ये।
रक्षाबन्धन है ये रक्षाबन्धन है ये।।
दुआओं में लम्बी उम्र का त्यौहार है ये।।
कलाईयों पे बांध के रंग बिरंगी रेशम की डोरियां।
रिश्ते को निभाने का त्यौहार है ये।
प्यार से तिलक लगवाके मिठाई खाने का दिन है ये।।
हर मुश्किल में मै हूँ बताने का दिन है ये।
बहन के पवित्र प्यार की मिशाल है ये।
रक्षबन्धन है ये प्यारा बन्धन है ये।।
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दिनाँक 03 अगस्त 2020 समय 12.20 दोपहर
रचना(लेखक)
सागर गोरखपरी
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