हिंदी कविता
सब याद है मुझे|All remember me
सब याद है मुझे
तेरी खातिर ज़माने से लड़ता रहा।
हर रोज उन्ही से उलझता रहा।
दुनिया भर की उलझने दिलो दिमाग मे थी।
पर मैं कहता नही था।
सब याद है मुझे।।
तेरा प्यार , हर मुलाकात, तेरी हर बात।
कुछ भी नही भुला, सब याद है मुझे।
तेरी नेकियां, तेरी बतसलुकियाँ,तेरी गुस्ताखियां।
मुझसे तेरी वो लड़ाइयां भी याद है मुझे।।
मेरी फिक्र, मेरा ख्याल, मेरे कंधो पे तेरा वो हाथ।
वो बिरयानी का स्वाद,चकली में तेरा वो प्यार, बुकनू की चटखार।
मेरे हाथों में तेरा हाथ, कई घण्टों का वो साथ ।
कुछ नही भुला सब याद है मुझे।
पर मैं कहता नही था पर सब याद है मुझे।।
तेरा कई महीनों का वो इन्तेज़ार।
दुआओं में सिर्फ मेरी ही ख्याल।
तेरे दोस्तों से मेरी वो मुलाकात।
सेल्फी लेना तेरा वो हर बार।
तेरी आंखे,तेरे आंखों की वो जुबान सब समझता हूं मैं।
बेखयाली में भी तेरा ही ख्याल रखता हूँ मैं।
कुछ नही भुला सब याद है मुझे।
पर मैं कहता नही पर सब याद है मुझे।।
तेरी शरारतें, तेरी परेशानियां,तेरे आँशु याद है मुझे।
तेरे वादे,तेरी कसमें,तेरी अटखेलियां भी याद है मुझे।
तेरी तकरार,लड़ाई झगड़े तुमसे बेशुमार,मेरी गलतियां।
सब कुछ याद है मुझे,पर मैं कहता नही।
कुछ नही भुला सब याद है मुझे।।
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