तित्तलियों की तरह
तित्तलियों की तरह |
चलो उड़ चलें हम भी,इन हवाओं में।
तित्तलियों की तरह।
पंख लगाये उड़ते रहे ,हवाओं में।
इन तित्तलियों की तरह।।
न शरहदें,न बंदिशें,न कोई रोक।
उड़ते रहे हवाओं में ,हो के मदहोश।
लेके नए रंग ,इन तित्तलियों की तरह।
चलो उड़ चलें ,हम भी हवाओं में।
इन तित्तलियों की तरह।।
बड़ी अजीब है ,इनकी दुनिया।
कोई पूछता नहीं कहा उड़ चली।
उड़ती है हो के मदहोश गगन में।
डर नहीं किसी को भी ,किसी के वतन में।
चलो उड़ चलें ,हम भी इन हवाओं में।
इन तित्तलियों की तरह।।
धीरे से आके उंगलियों पे,बैठ जाना।
कोई छू ले तो शर्मा के उड़ जाना।
रंगों से भरी है,इनकी ये दुनिया।
क्या कभी किसी ने देखी है इनकी ये दुनिया।
चलो उड़ चलें ,हम भी हवाओं में।
इन तित्तलियों की तरह।
इन तित्तलियों की तरह।।
दिनांक- 13मई2020 रचना-(लेखक) अमित कुमार सागर
समय-01.00दोपहर
English translate
Like butterflies
Likebutterflie
Let us also fly in these winds.
Like butterflies.
Wings kept flying, in the winds.
Like these butterflies.
Neither the streets, nor the restrictions, nor any restrictions.
Into the blowing winds, drowned.
But new colors, like these butterflies.
Let us fly, we too in the winds.
Like these butterflies.
Their world is very strange.
No one asked and said that he flew away.
She flies in a drunken sky.
Do not fear anyone, in anyone's country.
Let us fly, we too in these winds.
Like these butterflies.
Sit down slowly on your fingers.
If someone touches, Sharma flies away.
This world is full of colors.
Has anyone ever seen their world?
Let us fly, we too in the winds.
Like these butterflies.
Like these butterflies.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें