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बुधवार, 3 जून 2020

बारिशें

                               बारिशें

बारिशें गिरती है बड़ी मदहोश हो के ज़मी पर जब।
तन मन भीगा जाती है मदहोश हो के जब।
सुकून बड़ा है इनकी बूंदों में।
जब भी गिरती है बेबाक गिरती है।।
आशिकों की जान है ये बारिशें ।
किसानों का अरमान है ये बारिशें।
ढूंढता है हर कोई,बड़े अरमान से इसे।
हर किसी का सुकून भरा एहसास है ये बारिशें।।
बारिशें है तो जीवन है।
बारिशें है तो वन है।
बारिशें है तो फसलें है।
बारिशें है तो हम सब है।।
बारिशें नहीं ,तो क्या हम है।
बारिशें नहीं,तो क्या जीवन है।
बारिशें नहीं, तो कुछ भी नहीं।
बारिशों के हर बून्द से जीवन है।
हर किसी का सुकून भरा एहसास है ये बारिशें।।



दिनाँक02जून2020 रचना(लेखक)अमित कुमार सागर

समय-3.45 दोपहर




                         English translate


                            The rains

 When the rains fall on the ground when it is drunk

 Body gets wet when it is drunk.

 Relax is big in their drops.

 Whenever it falls, it falls silent.
 These rains are the life of lovers

 These rains are the desire of farmers.

 Everyone seeks it with great pride.

 Everyone feels relaxed these rains.
 If it rains there is life

 If there is rain, there is forest.

 If there is rain, there are crops.

 If it rains, we all have.
 If we do not rain, shall we?

 If there is no rain, what is life?

 Nothing if it rains.

 There is life from every drop of rain.

 Everyone feels relaxed these rains.





 Date 02 June 2020 Composition (Author) 

Time-3.45pm.         Amit Kumar Sagar


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