ज़िन्दगी
ज़िन्दगी एक हसीन सफर है,हसीन है सब नज़रें।
ज़िन्दगी मुश्किल नहीं,जितना हम इसे बनाते।
पड़ाव बहोत है इसमें,पर सुकून भी है।
ज़िन्दगी का अपना एक नूर भी है।।
माना मुश्किलें है ज़िन्दगी में खूब।निकलना खुद होगा,बिन हुए मज़बूर।
क्यूँ घबरा रहें है लोग, इससे।
क्यूँ दे रहे है परेशान हो कर इससे जान।
ज़िन्दगी हसीन सफर है,हसीन है सब नज़रें।।
क्यूँ कर रहे है हम इसे खत्म।
क्या इतने बेबस है इससे हम।
सोचते नहीं कुछ करने से पहले।
ख़त्म कर रहे है हम बस इसे।
ज़िन्दगी हसीन सफर है हसीन है सब नज़रें।।
ज़िन्दगी एक उमंग है।
ज़िन्दगी एक तरंग है।
ज़िन्दगी सुख ,दुख का समन्दर है।
ज़िन्दगी छाओं, धुप का बवंडर है।
ज़िन्दगी हसीन है हसीन है इसके सब नज़रें।।
दिनाँक 15 जून 2020 समय 11.00 सुबह
सागर गोरखपुरी
Kya baat sir ji
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